न्यूज़ लाइन हरियाणा, जयपाल लांबा, ब्यरो चीफ – चंडीगढ़: हरियाणा और पंजाब के बीच वर्षों से विवाद का विषय बने SYL के मुद्दे पर गुरुवार शाम चंडीगढ़ में हुई निर्णायक बैठक में किसी प्रकार की सहमति नहीं बन सकी। हरियाणा ने पानी के बंटवारे से अलग नहर निर्माण पर जोर दिया तो पंजाब ने नहर के निर्माण और पानी के बंटवारे से इनकार कर दिया। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र शेखावत की अध्यक्षता में हुई इस बैठक की रिपोर्ट अब सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की जाएगी। उसके बाद सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला देगा।
करीब दो घंटे तक चली बैठक में किसी तरह से सहमति नहीं बनी। बैठक के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आज SYL को लेकर मनोहर माहौल में बातचीत हुई है, लेकिन एक मान है कि मानता नहीं। मौजूदा चैनल 66 साल से भी पुराना है। पानी के नेचरल फ्लो के लिए आर्टिफिशियल चैनल बनाना जरूरी है। हरियाणा को कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार अपने हिस्से का पानी नहीं मिल रहा है। इस समय हरियाणा माइक्रो इरीगेशन सिस्टम अपनाकर पानी का प्रबंधन कर रहा है। बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री ने भी माइक्रो इरीगेशन को लेकर किए जा रहे प्रयासों पर हरियाणा की सराहना की है।